अक्सर इस बीमारी के संपर्क में आने के एक से तीन सप्ताह बाद टाइफाइड के लक्षण दिखाई देते हैं।
ऑनलाइन डेस्क :
टाइफाइड फीवर होने के शुरुआत (Early Sign Of Typhoid In Hindi) में शरीर में कई संकेत दिखाई देते हैं। जैसे सिरदर्द, पेट में दर्द, भूख की कमी, डायरिया आदि कई लक्षण दिखाई देते हैं। टाइफाइड फीवर को मियादी बुखार (Miyadi Bukhar) भी कहते हैं, क्योंकि यह लंबे समय तक रहने वाला बुखार है। टाइफाइड फीवर अक्सर, मौसम में परिवर्तन, बैक्टीरियल इंफेक्शन और कमजोर इम्यूनिटी आदि के चलते होते है। मियादी बुखार साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया (Salmonella Typhi Bacteria) के कारण होता है।
अक्सर लोगों का एक सवाल होता है कि टाइफाइड फीवर क्यों होता है? दरअसल, टाइफाइड फीवर वाले ज्यादातर मरीज दूषित खाद्य पदार्थ और पानी के अलावा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बीमार पड़ते हैं। हालांकि, अधिकांश लोग टाइफाइड में परहेज कर और विशेषज्ञों द्वारा एंटीबायोटिक दवाओं के डोज के साथ कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। टाइफाइड बुखार (मियादी बुखार) की आयुर्वेदिक दवा भी हैं, जिनके माध्यम से बुखार जल्दी ठीक हो जाता है। मगर इसके लिए भी आपको विशेषज्ञों की मदद लेनी जरूरी है।
अब आगे इस लेख में हम आपको बताएंगे कि टाइफाइड बुखार के लक्षण क्या होते हैं, टाइफाइड फीवर कितने दिन रहता है और टाइफाइड कितने दिन में ठीक होता है? आइए जानते हैं।
टाइफाइड फीवर (मियादी बुखार) के लक्षण - Symptoms Of Typhoid Fever In Hindi
टाइफाइड फीवर के सिम्पटम्स की बात करें तो बुखार आने पर कई संकेत दिखाई देते हैं, बुखार होने के साथ कुछ शुरुआती संकेत हैं, जो धीरे-धीरे विकसित होते हैं, जो निम्नलिखित हैं।
टाइफाइड कितने दिन तक रहता है?
जिन्हें टाइफाइड होता है वे अक्सर ये सोचते होंगे कि टाइफाइड कितने दिन में ठीक होता है, दरअसल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल और प्रिवेंशन की मानें तो टाइफाइड हमारे शरीर में धीरे-धीरे विकसित होने की संभावना होती है। अक्सर इस बीमारी के संपर्क में आने के एक से तीन सप्ताह बाद टाइफाइड के लक्षण दिखाई देते हैं। टाइफाइड में बुखार लंबे कम से एक सप्ताह या इससे ज्यादा समय तक रह सकता है। इसमें शरीर का तापमान 103–104°F (39–40°C) तक हो सकता है।
टाइफाइड का बुखार कैसे ठीक होता है?
अगर आपको बुखार के साथ यहां बताए गए किसी भी लक्षण के संकेत दिखाई देते हैं तो आपको सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क कर टाइफाइड टेस्ट कराना चाहिए। टाइफाइड की पुष्टि होने पर डॉक्टर कुछ एंटीबायोटिक्स दवाओं के साथ आपको आराम करने की सलाह देते हैं। इसी प्रकार आयुर्वेद में भी आयुर्वेदिक तरीके से टाइफाइड का उपचार करते हैं। जिसके अंतर्गत विशेषज्ञ आपको आहार में बदलाव के साथ-साथ कुछ औषधि के सेवन के लिए परामर्श दे सकते हैं। इसके अलावा टाइफाइड केे कुछ घरेलू उपचार भी हैं।
टाइफाइड बुखार से बचाव कैसे करें?
जैसा कि, हमने आपको बताया है कि टाइफाइड फीवर होने की मुख्य वजह दूषित भोजन और जल का सेवन है। इसके अलावा यह गंदगी और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण होता है। यानी कारण में ही बचाव छिपा है। अगर आप कारणों को अच्छी तरह से समझकर उससे परहेज करेंगे तो आपको टाइफाइड फीवर नहीं होगा। इससे आप मियादी बुखार से खुद को बचा पाएंगे। इसके लिए जरूरी है कि आप साफ पानी पीएं और साफ-सफाई से बने भोजन का सेवन करें। हाथों को साफ रखें। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
टाइफाइड बुखार में क्या खाएं?