तुंबागडा नवजीवन अस्पताल प्रबंधन ने लिया निर्णय
सुनील नूतन
सतबरवा :
कोविड -19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनज़र तुंबागडा नवजीवन अस्पताल प्रबंधन ने कोविड टेस्ट के बाद ही अस्पताल में योगदान देने का निर्देश बिहार से आये लैंब तकनीशियन को दिया था। तुंबागडा नवजीवन अस्पताल के प्रबंधक के कक्ष में शुक्रवार को बैठक के बाद यह निर्देश जारी किया गया।
बता दें कि इसके पहले 10 जूलाई को बिहार से अस्पताल पहुंचे लैंब टेक्नीशियन को पहले कोविड -19 टेस्ट कराने के बाद योगदान देने के लिये कहा गया था। निजी क्लिनिक में 14 जुलाई को कोविड जांच की गई थी ।16 को उक्त तकनीशियन को बिना लक्षणों वाला पॉजिटिव कोरोना का मरीज बताया । वहीं पीएमसीएच में 17 जुलाई को जांच के बाद इस मरीज की रिपोर्ट निगेटिव बताने की बात कही गई।
अस्पताल के प्रबंधक हेलेन पॉल ने बताया कि उक्त कर्मी को 14 जुलाई को मेदिनीनगर के पलामू मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल में कोरोना जांच के लिये भेजा गया था। सरकारी पीएमसीएच में जांच नही हो सका। निजी क्लिनिक में जांच कराने के लिये भेजा गया।जहां पर बगैर लक्षण के कोरोना पॉजिटिव होने की पृष्टि होने पर उसे 14 दिन के कोरंटाईन में भेज दिया गया था।
पलामू के डीपीएम दीपक गुप्ता ने बताया कि पीएमसीएच में जांच इस कर्मी की रिपोर्ट कोविड नेगेटिव पाई गई है।
इस अवसर पर आयोजित बैठक में तकनीकी इंजीनियर दिनेश, प्रशासनिक कर्मी रेशम प्रधान, पंचायत समिति सदस्य धीरज कुमार मौजूद थे।